GK in Hindi: पहले मुर्गी आई या अंडा, जानिए सही जवाब
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क्या आप बचपन से यह सवाल सुनते आ रहे हैं कि दुनिया में पहले कौन आया, मुर्गी या अंडा, मुर्गी, अंडा नहीं, मुर्गी नहीं, अंडा नहीं! बार-बार यही सोचते रहते हैं, लेकिन समाधान तक नहीं पहुंच पाते! अगर हाँ तो लिए हम आपको बताते हैं कि इस दुनिया में सबसे पहले कौन आया था। इस सवाल का जवाब ढूंढने के लिए हम कई तरह के तर्कों से गुजरे हैं हम में से ज्यादातर लोगों को घंटे बहस करने के बाद भी इसका जवाब नहीं मिल पाता है।
यह सवाल सालों से पूछा जाता रहा है कि दुनिया में पहले अंडा आया या मुर्गी इस सवाल को लेकर काफी समय से तरह-तरह के दावे किए जाते रहे हैं लेकिन अब वैज्ञानिकों ने इस पहेली को सुलझा लिया है। आईए जानते हैं वैज्ञानिकों ने पृथ्वी पर शोध करके क्या बताया है कि पहले मुर्गी आई है या अंडा।
पहले मुर्गियाँ अंडे की जगह बच्चों को जन्म देती थी
नेचर इकोलॉजी एंड इवोल्यूशन में प्रकाशित शोध के अनुसार, ब्रिस्टल यूनिवर्सिटी और नॉनजिंग यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने दावा किया है की धरती पर सबसे पहले अंडा नहीं बल्कि मुर्गा और मुर्गी आए थे!
इतना ही नहीं, उन्होंने दावा किया है कि पहले के मुर्गे और मुर्गियाँ आज की तरह नहीं होते थे और वे अंडे नहीं देते थे बल्कि पूर्ण विकसित बच्चों को जन्म देते थे।
जीवन में बाद में पैदा होने वाले चूचू को जन्म देने की क्षमता
वैज्ञानिकों ने कहा है कि यह समय के साथ बदलते रहे! बच्चे देने वाली मुर्गियाँ में अंडे देने की क्षमता भी विकसित हो गई वैज्ञानिकों के शोध के आधार पर अब यह दावा किया जा रहा है कि अंडा पहले नहीं आया बल्कि मुर्गा और मुर्गी पहले आया शोधकर्ताओं का कहना है कि लाखों साल पहले मुर्गियां की तरह डायनासोर भी अंडे देते थे!
पहले मुर्गी आई या अंडा जानिए सही जवाब: सारा विज्ञान अद्भुत है
शोधकर्ताओं का कहना है कि बच्चों को जन्म देने की क्षमता में बदलाव लंबे समय तक भ्रूण को बनाए रखने के कारण होता है। पक्षी मगरमच्छ और कछुए ऐसे अंडे देते हैं जिनमें भ्रूण बिल्कुल नहीं बनता है।
जबकि कुछ ऐसे जीव भी हैं जो अंदर से विकसित हो रहे भ्रूण के साथ अंडे देते हैं। हालांकि साँप और छिपकली अंडे देते हैं फिर भी वह बच्चों को जन्म दे सकते हैं क्योंकि उन्हें अंडे सेने की आवश्यकता नहीं होती है।
विस्तारित भ्रूण प्रतिधारण इसका कारण है
शोधकर्ताओं का कहना है कि बच्चों को जन्म देने की क्षमता में बदलाव लंबे समय तक भ्रूण को बनाए रखने के कारण होता है। पक्षी मगरमच्छ और कछुए ऐसे अंडे देते हैं जिनमें भ्रूण पूरी तरह से नहीं बन पाता, वह बाद में विकसित होता है!
वहीं कुछ जीव ऐसे भी होते हैं जो अंदर से भ्रूण के विकास के साथ ही अंडे देते हैं! हालांकि साँप और छिपकली अंडे देते हैं फिर भी वह बच्चे को जन्म दे सकते हैं क्योंकि उन्हें अंडे सेने की आवश्यकता नहीं होती है।
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